Current Topic 01 – 07 – 2021
★ चीन शुरू करेगा विश्व की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना बैहेतन हाइड्रो प्रोजेक्ट
√ चीन ने विशाल बैहेतन जल विद्युत संयंत्र की दो इकाइयों को ऑपरेशनलाइज किया, जो दुनिया भर में निर्माणाधीन सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना है ।
√ दक्षिण पश्चिम चीन में यांग्त्ज़ी नदी ने पहली बार बिजली पैदा की ।
√ पनबिजली परियोजना के पहले दो 1-गीगावाट टर्बाइन 28 जून, 2021 से शुरू हुए तीन दिवसीय परीक्षण के बाद औपचारिक संचालन में जाएंगे ।
◆ बैहेतन जलविद्युत परियोजना
√ इस पनबिजली परियोजना का निर्माण चाइना थ्री गोरजेस कॉरपोरेशन ने किया है जो दुनिया के सबसे बड़े हाइड्रोपावर प्लांट का संचालक है ।
√ यह थ्री गोरजेस डैम युन्नान और सिचुआन के दक्षिण-पश्चिमी प्रांतों के बीच की सीमा पर स्थित है ।
√ इसका निर्माण जिंशा नामक यांग्त्ज़ी नदी के अपस्ट्रीम खंड पर किया गया था ।
√ इस परियोजना की कुल स्थापित क्षमता 16 मिलीयन किलोवाट है
√ हाइड्रोपावर स्टेशन 16 हाइड्रो-जनरेटिंग यूनिट्स से लैस है ।
√ प्रत्येक इकाई की क्षमता 1 मिलियन किलोवाट है ।
√ यह दुनिया भर में सबसे बड़ी एकल-इकाई क्षमता है ।
√ 1 जुलाई को चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की 100वीं वर्षगांठ की पृष्ठभूमि में बांध का संचालन किया गया है ।
√ यह परियोजना बड़े पैमाने पर परियोजनाओं की योजना बनाने और उन्हें पूरा करने में चीन की दक्षता का प्रतीक है ।
◆ यांग्त्ज़ी नदी
√ यह एशिया की सबसे लंबी और दुनिया की तीसरी सबसे लंबी नदी है ।
√ यह नदी पूरी तरह से एक देश के भीतर बहने वाली दुनिया की सबसे लंबी नदी भी है ।
√ यह तिब्बती पठार में तंगगुला पर्वत में जरी पहाड़ी से निकलती है और पूर्वी चीन सागर में बहने के लिए पूर्व दिशा में 6,300 किमी तक बहती है ।
√ इसे दुनिया में डिस्चार्ज वॉल्यूम के हिसाब से छठी सबसे बड़ी नदी माना जाता है ।
◆ जिंशा नदी
√ यह यांग्त्ज़ी नदी के ऊपरी हिस्सों का चीनी नाम है ।
√ यह नदी पश्चिमी चीन में किंधई, सिचुआन और युन्नान प्रांतों में बहती है ।
√ यह टाइगर लिपिंग गॉर्ज से होकर गुजरती है ।
√ यह पनबिजली पैदा करने में महत्वपूर्ण है ।
√ जिंशा नदी पर दुनिया के कई सबसे बड़े हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन बनाए गए हैं ।