Current Topic 01 – 08 – 2021
★ केंद्र सरकार ने भारत में 14 बाघ रिजर्व को सीए-टीएस की दी मान्यता
√ केंद्र सरकार ने 29 जुलाई, 2021 को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर देश के 14 बाघ रिजर्व को ‘सीए-टीएस’ मान्यता प्रदान की है ।
√ सीए-टीएस या संरक्षण आश्वासित-बाग मानक, वैश्विक रूप से स्विकृत व्यवस्था है, जो बाघो के प्रबंधन के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यवहार एवं मानदंड स्थापित करता है तथा मानक प्रगति के लिए आकलन को प्रोत्साहित करता है ।
◆ 14 टाइगर रिजर्व जिन्हें मान्यता दी गई है, वे है :
√ असम में मानस, काजीरंगा और ओरंग टाइगर रिजर्व
√ मध्यप्रदेश में सतपुड़ा कान्हा और पन्ना टाइगर रिजर्व
√ महाराष्ट्र में पेंच टाइगर रिजर्व
√ बिहार में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व
√ उत्तर प्रदेश में दुधवा टाइगर रिजर्व
√ पश्चिम बंगाल में सुंदरबन टाइगर रिजर्व
√ केरल में परम्बिकुलम टाइगर रिजर्व
√ कर्नाटक का बांदीपुर टाइगर रिजर्व
√ तमिलनाडु में मुदुमलाई और अनामलाई टाइगर रिजर्व।
◆ कंजर्वेशन एश्योर्ड | टाइगर स्टैंडर्ड्स
√ CA|TS को टाइगर रेंज देशों के वैश्विक गठबंधन द्वारा एक मान्यता उपकरण के रूप में स्वीकार किया गया है और इसे बाघ व संरक्षित क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा विकसित किया गया है ।
√ वर्तमान में 13 टाइगर रेंज देश है- भारत, बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, लाओ PDR, मलेशिया, म्यांमार, नेपाल, रूस, थाईलैंड और वियतनाम ।
√ CA|TS विभिन्न मानदंडों का एक सेट है, जो बाघ से जुड़े स्थलों को इस बात को जॉचने का मौका देता है कि क्या उनके प्रबंधन से बाघों का सफल संरक्षण संभव होगा ।
√ इसे आधिकारिक तौर पर वर्ष 2013 में लांच किया गया था ।
√ ग्लोबल टाइगर फोरम बाघ संरक्षण पर काम करने वाला एक अंतरराष्ट्रीय NGO है और वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड इंडिया भारत में CATS मूल्यांकन हेतु राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दो कार्यान्वयन भागीदार है ।