Current Topic 05 – 06 – 2021
★ ईरानी नौसेना का सबसे बड़ा युद्धपोत आग लगने के बाद ओमान की खाड़ी में डूबा
√ इजरायल के साथ बेहद तनावपूर्ण संबंधों के बीच ईरानी नौसेना का सबसे बड़ा युद्धपोत खार्ग में 01 जून, 2021 को भीषण आग लगने के बाद 02 जून, 2021 को ओमान की खाड़ी में डूब गया ।
√ यह घटना ईरानी बंदरगाह जस्क के पास हुई है ।
√ खार्ग बेड़े में अन्य पोत को आपूर्ति करता था और प्रशिक्षण अभ्यास में हिस्सा लेता था ।
◆ IRIS खार्ग
√ खार्ग का नाम खार्ग नामक द्रीप के नाम पर रखा गया था, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान नेवी का एक संशोधित ऑल-क्लास फ्लीट का पोत था ।
√ इसे यूनाइटेड किंगडम में स्वान हंटर द्वारा बनाया गया था, जिसे आधिकारिक तौर पर 1977 में लांच किया गया था ।
√ बाद में 1979 की इस्लामीक क्रांति के बाद दोबारा से उसे 1984 में ईरानी नौसेना को सौंपा गया ।
√ यह युद्धपोत भारी माल भी उठा सकता था और कई हेलीकॉप्टर के एक साथ उड़ने और उतरने की सुविधायुक्त था ।
√ यह टन भार के आधार पर ईरान का सबसे बड़ा नौसैनिक पोत था ।
◆ खार्ग या खार्क द्रीप
√ खार्ग एक महाद्वीपीय द्वीप है, जो फारस की खाड़ी में स्थित है और ईरान के तट से लगभग 25 किमी दूर है ।
√ यह ईरान के अंतर्गत आता है जबकि निकटवर्ती तटीय बुशहर प्रांत द्वारा प्रशासित है ।
√ यह द्वीप तेल के निर्यात के लिए एक समुद्री बंदरगाह प्रदान करता है और फारस की खाड़ी के तेल क्षेत्रों में ईरान के क्षेत्रीय समुद्री दावों का विस्तार करता है ।
√ होरमुज जलडमरुमध्य
√ ईसे ओरजुम जलडमरूमध्य के नाम से भी जाना जाता है ।
√ यह फारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी और अरब सागर से जोड़ता है ।
√ यह जलडमरूमध्य 55 से 95 किमी. तक चौड़ा है और ईरान को अरब प्रायद्वीप से अलग करता है ।
√ इसमें प्रमुख रूप से किश्म, होरजुम, और हेंजम द्वीप स्थित है ।
◆ एम.वी. एक्स-प्रेस पर्ल
√ 28 मई, 2021 को श्रीलंका के समुद्री पर्यावरण संरक्षण प्राधिकरण ने कोलंबो तटीय क्षेत्र में अम्ल वर्षा की संभावना व्यक्त की है ।
√ इसकी वजह एम.वी. एक्स-प्रेस पर्ल है ।
√ बता दें कि 20 मई, 2021 को श्रीलंका के पास सिंगापुर के एक कार्गो शिप आग लग गई ।
√ सिंगापुर के इस जहाज एम.वी. एक्स-प्रेस पर्ल ने 15 मई, 2021 को भारत के हजीरा बंदरगाह से 25 टन नाइट्रिक एसिड और अन्य रसायनों सहित 1,486 कंटेनर लोड किए थे ।
√ यह जहाज जब वापस सिंगापुर जा रहा था ।
√ उस समय हजीरा से कोलंबो के रास्ते में खराब मौसम के कारण कुछ कंटेनर समुद्र में गिरकर बह गए तथा कई कंटेनर ढहकर जहाज पर ही गिर पड़े और उन में विस्फोट के बाद आग लग गई ।