Current Topic 06 – 08 – 2021
★ केरल ने शुरू की कृषिकर्ण परियोजना
√ हाल ही में केरल में शुरू की गई ‘कृषिकर्ण परियोजना’ के तहत मिनी पॉलीहाउस बनाया जाएगा जो कि एक प्रकार का ग्रीनहाउस है ।
√ यह नेशनल सोसायटी फॉर एग्रीकल्चरल हॉर्टिकल्चर, Sustainability Foundation और Qore3 Innovations की एक संयुक्त पहल है ।
√ इन मिनी पॉलीहाउस में लंबी फलिया, टमाटर, सलाद खीरा, शिमला मिर्च और हरी पत्तेदार सब्जियां लगाने की योजना है ।
√ कृषिकर्ण में ग्रीनहाउस, मछली और सब्जियां और मशरूम की खेती भी शामिल है ।
√ जिन किसानों ने इस परियोजना के लिए साइन अप किया है, उनकी जमीन पर काम शुरू हो चुका है और कुछ ही हफ्तों में बीज बोए जा सकते हैं ।
√ कृषिकर्ण के तहत ढाई फ़ीसदी जमीन पर छोटा पॉलीहाउस बनाया जाएगा ।
√ प्रत्येक प्लास्टिक घर की कुल अनुमानित लागत 2,35,000 रूपये है ।
√ SAHS एक सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सहकारी संगठन है, जो कृषि और बागवानी प्रथाओं को बढ़ावा देने में शामिल है ।
√ सस्टेनेबिलिटी फाउंडेशन, तिरुवनंतपुरम में बेस्ड एक गैर-सरकारी संगठन, सतत विकास को बढ़ावा देता है ।
√ Qore3 Innovations एक स्टार्ट-अप कंपनी है जो खेतों के लिए “एंड-टू-एंड सपोर्ट” प्रदान करने का दावा करती है ।
√ अनीश एन. राज ने केरल का सर्वश्रेष्ठ हाई-टेक किसान पुरस्कार जीता और वह Qore3 के कृषि विज्ञानी भी है जो कृषिकर्ण के नवाचारों को लागू कर रहे हैं ।
√ केरल की कृषि पर अभूतपूर्व जलवायु परिवर्तन का नकारात्मक प्रभाव पड़ा है ।
√ इसलिए, उच्च तकनीकी वाला कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना आवश्यक है ।
√ ताकि किसान पूरे वर्ष खेती कर सकें ।
√ Qore3 ने केरल में 30 से अधिक परियोजनाओं को सफल हाई-टेक फार्म स्थापित किया है ।