Current Topic 09 – 06 – 2021
★ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे से लॉन्च किया E-100 पायलट प्रोजेक्ट
√ 05 जून, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर E-100 पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया ।
√ इस महत्वाकांक्षी परियोजना को भारत में इथेनॉल के उत्पादन और वितरण के लिए एक नेटवर्क स्थापित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है ।
√ उन्होंने इथेनॉल ब्लेंडिंग को लेकर वर्ष 2025 तक का रोडमैप जारी किया ।
√ उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में इथेनॉल ब्लेडिंग भारत की सबसे बड़ी प्राथमिकता है और वर्ष 2025 तक 20% इथेनॉल ब्लेंडिंग वाला पेट्रोल बेचने का लक्ष्य तय किया गया है ।
√ पहले ये लक्ष्य वर्ष 2030 का था, जिसे घटाकर वर्ष 2025 कर दिया गया है ।
√ इस मौके पर पीएम मोदी ने पुणे में तीन जगहों पर इथेनॉल के उत्पादन और वितरण से जुड़े E-100 पायलट प्रोजेक्ट को भी लॉन्च किया ।
√ वर्ष 2014 तक भारत में लगभग 1.5% इथेनॉल मिश्रित किया जाता था ।
◆ इथेनॉल सम्मिश्रण
√ पेट्रोल में एथेनॉल का मिलाना इथेनॉल सम्मिश्रण कहलाता है ।
√ वर्तमान में पेट्रोल में बायो एथेनॉल सम्मिक्षण 5% है जो लगभग 1.8 मिलियन बैरल कच्चे तेल की जगह ले सकता है ।
√ इथेनॉल अणु में ऑक्सीजन होता है जो इंजन को पूरी तरह से ईंधन का दहन करने की अनुमति देता है ।
√ इससे उत्सर्जन कम होता है और पर्यावरण प्रदूषण कम होता है ।
√ इथेनॉल चीनी उद्योग का उप-उत्पाद होने के कारण एक अक्षय स्त्रोत है जो कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन के उत्सर्जन में शुद्ध कमी लाता है ।
◆ एथेनॉल उत्पादन संवर्धन नीति-2021
√ जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति-2018 के तहत बिहार कैबिनेट ने इथेनॉल उत्पादन संवर्धन नीति 2021 को मंजूरी दे दी है, जो इथेनॉल प्रमोशन नीति बनाने वाला पहला भारतीय राज्य बन गया है ।
√ बिहार की इथेनॉल उत्पादन संवर्धन नीति 2021 संयंत्र और मशीनरी की लागत का 15% पर अधिकतम ₹5 करोड़ तक की अतिरिक्त पूंजी सब्सिडी प्रदान करके नई स्टैंडअलोन इथेनॉल विनिर्माण इकाइयों को बढ़ावा देती है ।
√ उनके मामले में संयंत्र और मशीनरी की लागत का 15.75%, अधिकतम 5.25 करोड़ रूपये का पूंजी अनुदान होगा ।
◆ इथेनॉल से चलने वाली देश की पहली बाइक
√ जुलाई, 2019 को TVS ने इथेनॉल से चलने वाली देश की पहली बाइक लॉन्च की है ।
√ इसका नाम टीवीएस अपाचे आटीआर 200 फाई ई100 है ।
◆ जैव ईंधनों के प्रकार
√ पहली पीढ़ी – पहली पीढ़ी के जैव-ईंधन का उत्पादन सीधे खाद्य फसलों से होता है ।
√ इस पीढी के सबसे सामान्य फीड स्टॉक मक्का, गेहूं एवं गन्ना माने जाते हैं ।
√ दूसरी पीढ़ी-दूसरी पीढ़ी के जैव-ईंधन एडवांस्ड बायो-फ्यूल के नाम से भी जाने जाते हैं ।
√ इनका उत्पादन या तो गैर-खाद्य फैसलों से होता है या फिर उन खाद्य फसलों से जिनका उपयोग खाने में किया जा चुका है ।
√ जैसे- खराब या उपयोग में लाया जा चुका वनस्पति तेल या जेट्रोफ ।
√ तीसरी पीढ़ी-तीसरी पीढी के जैव-ईंधन शैवाल आधारित होते हैं जिसमें जैव सीएनजी आदि आते हैं ।
◆ भारत का पहला कृषि निर्यात सुविधा केंद्र- पुणे
√ 15 मई, 2021 को नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट के सहयोग से महरत्ता चेंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज एंड एग्रीकल्चर ने पुणे में भारत का पहला कृषि निर्यात सुविधा केंद्र शुरू किया है ।
√ इस क्षेत्र से कृषि निर्यात को बढ़ावा दिया जा सके और वैश्विक मानकों का पालन किया जा सके ।