Current Topic 12 – 06 – 2021
★ उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण रिपोर्ट 2019-20 जारी, पाँचो सालों में छात्रों के नामांकन में 11.4 प्रतिशत की हुई बढ़ोतरी
√ 10 जून, 2021 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण रिपोर्ट 2019-20 को जारी करने की मंजूरी दी है ।
√ यह रिपोर्ट देश में उच्च शिक्षा की वर्तमान स्थिति पर प्रमुख प्रदर्शन संकेतक प्रदान करती है ।
√ वर्ष 2015-16 से 2019 20 तक पिछले 05 वर्षों में छात्र नामांकन में 11.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है ।
√ इस अवधि के दौरान उच्च शिक्षा में महिला नामांकन में 18.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है ।
√ उच्च शिक्षा विभाग की प्रत्येक साल जारी अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण की शृंखला में यह 10वी रिपोर्ट है ।
◆ उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वे रिपोर्ट 2019-20 की प्रमुख विशेषताएं
- उच्च शिक्षा में कुल नामांकन 2019-20 में 3.85 करोड़ रहा है ।
√ 2018-19 में यह 3.74 करोड़ था ।
√ इसमें 11.36 लाख की बढ़ोतरी दर्ज की गई ।
√ वही 2014-15 में कुल नामांकन 3.42 करोड़ रहा था ।
- सकल नामांकन दर 2019-20 में उच्च शिक्षा में नामांकित पात्र आयु वर्गो के छात्रों का प्रतिशत 27.1 प्रतिशत था ।
- उच्च शिक्षा में लैंगिक समानता सूचकांक 2018-19 में 1.00 के मुकाबले 2019-20 में 1.01 रहा ।
- 2019-20 में उच्च शिक्षा में छात्र शिक्षक अनुपात 26 है ।
- सर्वेक्षण के अनुसार राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों की संख्या 2015 में 75 से बढ़कर 2020 में 135 हो गई है ।
- 3.38 करोड छात्रों ने स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के कार्यक्रमों में नामांकन लिया ।
- 2019-20 में पीएचडी करने वाले छात्रों की संख्या 2.03 लाख है जो 2014-15 में यह आंकड़ा 1.17 लाख था ।
- शिक्षकों की कुल संख्या में 57.5 प्रतिशत पुरुष और 42.5 प्रतिशत महिलाएं शामिल है ।
- वर्ष 2015-16 से 2019 20 तक पिछले 5 वर्षों में छात्र नामांकन में 11.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है ।
- इस अवधि के दौरान उच्च शिक्षा में महिला नामांकन में 18.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है ।
◆ राष्ट्रीय शिक्षा नीति
√ NEP 2020 को पूर्व इसरो प्रमुख डॉ.के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में बनी एक समिति की सिफारिशों के आधार पर तैयार किया गया है ।
√ इसके तहत वर्तमान में सक्रिय 10+2 के शैक्षिक मॉडल के स्थान पर शैक्षिक पाठ्यक्रम को 5+3+3+4 प्रणाली के आधार पर विभाजित किया गया है ।
√ NEP 2020 के तहत कक्षा 5 तक की शिक्षा में मातृभाषा/स्थानीय या क्षेत्रीय भाषा को अपनाने और आगे की शिक्षा में मातृभाषा को प्राथमिकता देने की बात कही गई है ।
√ बधिर छात्रों के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पाठ्यक्रम सामग्री के विकास तथा ‘भारतीय सांकेतिक भाषा’ को पूरे देश में मानकीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है ।