Current Topic 22 – 05 – 2021
★ प्रसिद्ध पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा का हुआ निधन
√ 21 मई, 2021 को प्रसिद्ध पर्यावरणविद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व चिपको आंदोलन के महानायक सुंदरलाल बहुगुणा का कोरोना संक्रमित होने के कारण 94 वर्ष की आयु में ऋषिकेश में निधन हो गया ।
◆ सुंदरलाल बहुगुणा
√ सुंदरलाल बहुगुणा का जन्म 9 जनवरी, 1927 को उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में हुआ था ।
√ उन्हें चिपको आंदोलन में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है ।
√ उन्होंने हिमालय क्षेत्र में वनों के संरक्षण के लिए कार्य किया ।
√ चिपको आंदोलन के अलावा टिहरी बाँध के विरुद्ध आंदोलन किया ।
√ उन्हें वर्ष 1981 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किया गया था, परन्तु उन्होंने पुरस्कार लेने से इंकार कर दिया था ।
√ वर्ष 1986 में उन्हें Right Livelihood Award से सम्मानित किया गया ।
√ वर्ष 1986 में उन्हें जमनालाल बजाज अवार्ड और वर्ष 2009 में उन्हें पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
◆ चिपको आंदोलन
√ वर्ष 1730 में खेजड़ली राजस्थान में अमृता देवी विश्नोई के नेतृत्व में लोगों ने राजा के आदेश के विपरीत पेड़ों से चिपककर उनको बचाने के लिए आंदोलन चलाया था ।
√ इसी आंदोलन ने आजादी के बाद हुए चिपको आंदोलन को प्रेरित किया ।
√ चिपको आंदोलन भारत में वनों के संरक्षण के लिए शुरू हुआ था ।
√ इसकी शुरुआत 1973 उत्तराखंड में हुई थी ।
√ इस आंदोलन का उद्देश्य वनों को नष्ट होने से बचाना था ।
√ इस आंदोलन में सुंदरलाल बहुगुणा, सुरक्षा देवी, गौरा देवी, सुदेशा देवी, बचनी देवी, चंडी प्रसाद भट्ट, विरुष्का देवी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
√ इस आंदोलन के लिए सुंदरलाल बहुगुणा को वर्ष 2009 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था ।
√ जबकि चंडी प्रसाद भट्ट को वर्ष 1982 में रमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित किया गया था ।
◆ अप्पिको आंदोलन
√ दक्षिण भारत में भी चिपको आंदोलन की तर्ज पर वर्ष 1983 में ‘अप्पिको आंदोलन’ शुरू हुआ ।
√ 38 दिनों तक चलने वाले इस आंदोलन में भी उत्तरी कर्नाटक के गाँवो में महिलाओं ने पेड़ों को गले लगाकर उनकी रक्षा की थी ।
√ नर्मदा बचाओ आंदोलन और साइलेंट वैली आंदोलन में भी महिलाओं ने सराहनीय भूमिका निभाई है ।